🌸 मैं शिव हूं
(Vineet Katoch & Vinay Katoch द्वारा) जो शांत होके गुंजता,हाँ, मैं ही तो वो शोर हूँ।आकाश हूँ, पाताल भी,मैं सुखद हूँ, मैं विशाल भी।शिव हूँ, शिव हूँ, शिव हूँ… पतन हूँ मैं, विकास हूँ,तमस हूँ मैं, प्रकाश हूँ।रुद्र हूँ, निगल लूँ सब,हाँ, मैं ही तो विनाश हूँ।मैं खंड भी, मैं अखंड भी,प्रचंड हूँ, मैं ही […]