नवरात्रि 2025 सोमवार, 22 सितम्बर से आरंभ होकर बुधवार, 1 अक्टूबर (विजयादशमी) तक मनाई जाएगी।
इस बार माँ दुर्गा गजरूढ़ा (हाथी पर आगमन) करेंगी और नौका (कश्ती) पर प्रस्थान करेंगी।
👉 अर्थ :
- हाथी पर आगमन – समाज में सुख-समृद्धि, स्थिरता और धन-धान्य की वृद्धि।
- नौका पर प्रस्थान – प्रगति, नई संभावनाएँ, जीवन को नई दिशा देने का संकेत।
🌟 कौन-सी राशियाँ रहेंगी भाग्यशाली?
- मेष, सिंह, तुला : भाग्य और अवसरों की प्रबलता, आर्थिक लाभ।
- वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला : राजयोग और धन योग के कारण करियर व वित्त में बड़ा लाभ।
♈ राशियों पर प्रभाव (Navratri 2025 Rashifal)
मेष ♈
- शुभ फल : कार्यक्षेत्र में नए अवसर, अधूरे काम पूरे होंगे। नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी।
- सावधानी : गुस्से पर नियंत्रण रखें। सेहत और खानपान का ध्यान रखें।
- उपाय : लाल फूल अर्पित करें और “ॐ दुं दुर्गायै नमः” का जप करें।
वृषभ ♉
- शुभ फल : आर्थिक मामलों में लाभ, रुके धन की प्राप्ति। नौकरी व व्यापार में तरक्की।
- सावधानी : खर्चे बढ़ सकते हैं। पारिवारिक रिश्तों में संतुलन रखें।
- उपाय : देवी को सफेद फूल और मिश्री का भोग लगाएँ।
मिथुन ♊
- शुभ फल : करियर में सकारात्मक बदलाव, मान-सम्मान बढ़ेगा। घर-परिवार में शांति।
- सावधानी : जीवनसाथी या पार्टनर से अनबन हो सकती है।
- उपाय : हरे वस्त्र पहनें और माँ दुर्गा को हरे पान अर्पित करें।
कर्क ♋
- शुभ फल : निवेश से लाभ, परिवार में सामंजस्य। आध्यात्मिक प्रवृत्ति बढ़ेगी।
- सावधानी : मानसिक तनाव और स्वास्थ्य समस्याओं को नज़रअंदाज़ न करें।
- उपाय : दूध से माँ दुर्गा का अभिषेक करें।
सिंह ♌
- शुभ फल : बाधाओं से मुक्ति, करियर में नई ऊँचाइयाँ। नए आय स्रोत खुलेंगे।
- सावधानी : अहंकार या जल्दबाज़ी से रिश्तों को नुकसान न पहुँचाएँ।
- उपाय : लाल वस्त्र धारण करें और घी का दीपक जलाएँ।
कन्या ♍
- शुभ फल : शिक्षा, प्रतियोगिता और करियर में सफलता। प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
- सावधानी : स्वास्थ्य और आराम का संतुलन बनाए रखें।
- उपाय : दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
तुला ♎
- शुभ फल : भाग्य का प्रबल साथ, साझेदारी और रिश्तों में सुधार। धन लाभ संभव।
- सावधानी : विवादों से बचें, गलत निवेश न करें।
- उपाय : माँ को गुलाबी फूल अर्पित करें।
वृश्चिक ♏
- शुभ फल : गुप्त स्रोतों से लाभ, कार्यों में सफलता। आध्यात्मिक उन्नति।
- सावधानी : ईर्ष्या और गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें।
- उपाय : माँ को बेलपत्र और सिंदूर चढ़ाएँ।
धनु ♐
- शुभ फल : यात्रा और शिक्षा में सफलता, आध्यात्मिक लाभ। भाग्य से कार्य सिद्ध होंगे।
- सावधानी : खर्चों पर नियंत्रण रखें, झूठे वादे न करें।
- उपाय : पीले वस्त्र धारण करें और केले का भोग लगाएँ।
मकर ♑
- शुभ फल : करियर में स्थिरता, पदोन्नति और मान-सम्मान की संभावना।
- सावधानी : तनाव और स्वास्थ्य संबंधी लापरवाही न करें।
- उपाय : तिल के तेल का दीपक जलाएँ।
कुंभ ♒
- शुभ फल : रचनात्मकता, परिवार में खुशियाँ, नए संपर्क से लाभ।
- सावधानी : व्यावहारिक जिम्मेदारियों को न टालें।
- उपाय : माँ को नीले फूल और इत्र अर्पित करें।
मीन ♓
- शुभ फल : भावनात्मक संतोष, रचनात्मक कार्यों में सफलता। आध्यात्मिक दृष्टि मजबूत होगी।
- सावधानी : अत्यधिक भावुकता से बचें, सीमाएँ तय करें।
- उपाय : दुर्गा कवच का पाठ करें।
✨ निष्कर्ष
नवरात्रि 2025 में माँ दुर्गा का हाथी पर आगमन और नौका पर प्रस्थान यह दर्शाता है कि समाज में स्थिरता और समृद्धि आएगी, साथ ही नई संभावनाओं और प्रगति का मार्ग खुलेगा। राशियों के अनुसार यह समय कुछ को धन-संपत्ति, कुछ को करियर और कुछ को रिश्तों में सुधार का वरदान देगा।